Usefulness of self-confidence in Hindi
ख़ुद पर विश्वास बनाए!
विश्वास सबसे उच्ची भावनाओ में से एक है, जब कोई व्यक्ति हम पर विश्वास करता है तो इसका मतलब है वो व्यक्ति हमारी ओर समर्पण और आत्मीयता का भाव रखता है! उस व्यक्ति ने ये मान किया है कि हमे अब और कसौटी पर परखने कि जरूरत नहीं रह गई है! उस विश्वास पर खरा उतरना अब हमारी ज़िम्मेदारी बन जाती है! Life में कई बार ऐसे मक़ाम आते है जब हम किसी व्यक्ति को परखने में चूक कर जाते है, फिर ख़ुद को सदा के लिए कौसते रहते है उस गलती पर! आगे जाकर हम विश्वास करने से डरने लगते है, हर किसी पर हमारी विश्वास कर पाने कि शक्ति मानो खत्म सी हो जाती है! जब भी किसी पर भरोसा करने का समय आता है तो हमे उसी व्यक्ति का मानो ख्याल आ जाता है जिसने हमारे भरोसे को तोड़ा था और हम अपने क़दम पीछे हटा लेते है!जो व्यक्ति ख़ुद पर विश्वास नहीं कर सकता, वो ईश्वर पर भरोसा कर ही नहीं पायेगा!--- स्वामी विवेकानंद
परन्तु भरोसा करना हमारी ज़रूरत और गुण भी है! जब कोई बच्चा इस संसार में जन्म लेता था तो सबसे पहले वो अपनी माँ पर भरोसा करता है, उसकी गोद में मानो वो ख़ुद को सबसे ज्यादा सुरक्षित और सुखी महसूस करता है! थोड़ा बड़ा होने पर वो अपने सगे-सम्बंधियो और रिश्ते नातेदारो पर विश्वास करना सीखता है! तो विश्वास करना तो जन्म से हमारे खून में ही है! पर जैसे जैसे संसार में कपट और चालाकी बढती चली जाती है, ये काम और कठिन होता चला जाता है!
![]() |
| इच्छाशक्ति |
दूसरों पर विश्वास हम
तब ही कर पायगे, जब सबसे पहले ख़ुद पर भरोसा करना सीखेंगे! जब हम ख़ुद से कोई वादा
करते है, जैसे की, आज से मै रोज़ 10 घन्टे पढाई करुँगा, आज से मै ज्यादा मीठा खाना छोड़ दूंगा, कल से मै सुबह
उठकर व्यायाम करा करुँगा, आदि-आदि, पर हम ऐसा कुछ भी नहीं करते, तो हमारा ख़ुद पर
से भरोसा टूटता है! हमारे अंतर्मन को ये आभास होने लगता है कि हम भरोसा करने योग्य
है ही नहीं, जो कि एक नकारात्मक भावना है!
जब हम ख़ुद पर भरोसा
करते है तो हमारा self-confidence बहुत बढ़ जाता है, जिससे कि हमारे सफल होने के chances और प्रबल हो जाते है!आपने अगर कभी गौर किया हो, तो देखा होगा कि – समाज में
किसी व्यक्ति में कुछ विशेष योग्यता और आकर्षण होता है, उसका एक बहुत बड़ा कारण है
आत्मविश्वास और ख़ुद पर भरोसा करने की आदत! ख़ुद पर विश्वास रखने के कुछ और लाभ इस
प्रकार है:
- Improved happiness (ख़ुशी बढती है): जब हम आत्मविश्वास से भरे होते है तो ख़ुद बा ख़ुद अन्दर से ख़ुशी महसूस होती है, आगे बढने का मन और शक्ति भरी रहती है हमारे अन्दर! थोड़ी थोड़ी बातों में खीजने और झीकने की आदत मानो कही गायब सी हो जाती है!
- Ability to work Hard (मेहनत की काबिलियत): दुखी, निराश और कमज़ोर मन कभी भी अपनी काबिलियत का सही इस्तेमाल नहीं कर पाता! अगर वो मेहनत करता भी है तो वो आधी अधूरी और बे मन कि होती है, जिसमे Success तक ले जाने की शक्ति नहीं होती! आत्मविश्वास से भरा मन कही ज्यादा मेहनत हसते-हसते कर सकता है, जो उसे सफ़लता तक आसानी से ले जाती है!
- Less mistakes (कम गलतियाँ): जब हम ख़ुद को आत्मविश्वास से भर लेते है तो हमारा काम के प्रति Focus बहुत बढ़ जाता है, जिससे काम में गलतियाँ भी कम होती है! आपने देखा होगा - बात बात पर डरने घबराने वाले व्यक्तियों से गलतियाँ भी बहुत होती है!
- Social acceptance (सामाजिक स्वागत): आत्मविश्वास से भरा व्यक्ति जिस भी देश, समाज या स्थान पर जाता है, अमूमन लोग उसे अपना लेते है, उसका स्वागत करते है! उसे नौकरी पाने, बिज़नेस करने और अपना स्थान बनाने में ज्यादा Time नहीं लगता! सफ़लता मानो उसके साथ साथ ही चल रही हो! परन्तु एक डरा और सहमा आदमी नई जगह जाकर लोगो से बात भी नहीं कर पाता!
- Better Success (बेहतर सफ़लता): ऐसा देखा गया है कि जिन व्यक्तियों को ख़ुद पर भरोसा था, उन्होंने Success को देर सबेर पा ही लिया है, चाहे शुरुआत में उनके पास साधन थे या नहीं थे, उनका आत्मविश्वास ही उनकी सबसे बड़ी शक्ति था! Bill Gates, Warren Buffet आदि ऐसे अनेको व्यक्तियों ने अपनी सफ़लता कि कहानी ख़ुद अपने हाथों से लिखी है!
शायद इस लेख को पढ़ कर आप self-confidence कि एहमियत को और भी ज्यादा समझ पाए होंगे! जीत में इस गुण कि अपनी ताकत है और इसे अपनाना आज हम सबकी ज़रूरत भी है ये बात हमे समझनी होगी! अगर आपको ये बाते कुछ ठीक लगे तो थोड़ी देर बैठ कर इनपर विचार करे और अपनी जीवनशेली में आत्मविश्वास को स्थान दे!
