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| छोटे-छोटे त्याग |
दोस्तों, क्या आपने कभी ख़ुद से कोई वादा किया है, जैसे की -- कल से मै ज्यादा मीठा खाना छोड़ दूंगा क्योंकि मैने ये महसूस किया है की इस आदत का मेरी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है! या फिर, मै अपने विचारों में आ रही नकारात्मकता को आने से रोक़ुगा, इसके लिए हर दिन में कोई सुविचार पढ़ा करुगा! या फिर, शाम को में परिवार के साथ पार्क में जा कर आधा घंटा बताऊंगा क्योंकि मै अपने परिवार को समय नहीं दे पा रहा हू! या फिर - मै अपनी क्लास में सबसे ज्यादा नंबर लाकर दीखाऊंगा, आदि आदि! हम जो भी कुछ सोचते है, हम वो ज़रूर कर सकते है, परन्तु इसके लिए मेहनत और त्याग की ज़रूरत पड़ेगी! मीठा खाना अच्छा लगता है और उसे देखते ही मुह में पानी आ जाता है, ये कार्य आप बहुत देनो से करते आ रहे है परन्तु हर दिन इस सुख का सा अनुभव देने वाली वास्तु का त्याग ही आपको अच्छी सेहत का उपहार देगा!
बहुत सालों से नकारत्मक भावनाओ को आश्रय देने वाले हमारे मस्तिष्क को उन विचारो के साथ जीने की आदत हो गई होगी, ऐसे में भरपूर कोशिश करके आपको हरदिन एक सुविचार पढ़ना होगा, इसमें अन इच्छा और खीज पैदा भी हो सकती है, परन्तु इस कष्ट को सहने से सकारात्मकता आएगी तो ये त्याग भी आपको करना होगा! इसी प्रकार जीवन के अलग अलग बिंदुओ पर आप त्याग के बल पर विजय पा सकते है!
Everything is achievable in this Life. To do so one has to make small sacrifices each day, for a long period. Hindi wisdom about utility of conscious sacrifices to be better.