1. बीच रास्ते में मत रुको: व्यक्ति को अपने लक्ष्य की ओर निरंतर क़दम बढ़ाते जाना चाहिए! उन्नति की ओर बढते पैर अपनी मंजिल पर पहुचने से पहले नहीं रुकने चाहिए, चाही रास्ते की परेशानियाँ कितनी बड़ी क्यों न हो!
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| ऊपर उठो |
2. शिक्षा का अर्थ: शिक्षा वो है जो आपको अपने पैरों पर खड़ा होना सिखाये! व्यक्ति को आत्मनिर्भर, चरित्रवान, साहसी और कर्तव्यों के प्रति सजग बनाये! शिक्षा व्यक्ति को सभ्य, समझदार और प्रगतिशील बनने का एक माध्यम होना चाहिए!
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| शिक्षा का अर्थ |
3. ईश्वर पर भरोसा: ईश्वर पर विश्वास करने लायक बनने का रास्ता ख़ुद पर विश्वास करने से शुरू होता है! जो व्यक्ति ख़ुद पर भी शंका रखता है, क्या वो दूसरों पर भरोसा कर सकता है? ख़ुद के अन्दर विश्वास रखने लायक काबिलियत पैदा करये उसके बाद ही आप ईश्वर पर भरोसा करना सीख सकते है!
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| ईश्वर पर भरोसा |
4. सकारात्मक विचार: अच्छे विचारों को ही आगे बढ़ाना चाहिए, बुराई को वही छोड़ देना चाहिए क्योंकि बुरे और नकारात्मक विचार व्यक्ति को कमज़ोर बनाते है और याद रखे दुर्बलता ही मृत्यु है! अपने लक्ष्य तक हम केवल सकारात्मक विचार ही ले जा सकते है, नकारात्मक विचार तो लक्ष्य को और दूर करते है!
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| सकारात्मक विचार |
5. सोच का प्रभाव: हम सच में वो है जो हम सोचा करते है! हमारे कार्यो को हमारे विचारो से ही शक्ति मिलती है, जैसा आप सोचते है आप वैसे ही कर्म करते है, जैसे आप कर्म करते है वैसा ही आपका जीवन बनता है! अपने विचारो को सदा उच्चा रखे! दीनता हीनता को कोई भी स्थान अपने जीवन में ना दे!
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| सोच का प्रभाव |