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| बेडिया कहा है |
अगर हम अपने जीवन की परिस्थितियों को यू ही स्वीकार कर ले और आगे बढने के प्रयास करना छोड़ दे तो हम जल्द ही अपने चारों और मोजूद अंधेरो के साथ जीना सीख लेंगे? परन्तु जीवन का अर्थ अंधेरो के साथ जीना सीखने में है या भी कही से ढूढ़ कर एक बाती जलाने में है ये तो आपको ही निर्णय करना है! जब हम अपने जीवन में कोई सकारात्मक बदलाव लाने की चेष्टा करते है तब हमे पता चलता है के हमारे मन और शरीर को कैसे उस आरामतलबी और अँधेरे में जीने की आदत ने जकड़ रक्खा था!
By Standing at one position we might be able to observe the chains present in our life, but when we decide to move ahead, we come to know about the chains present in our Life.